बच्चों के बलात्कारियों को फांसी देने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अध्यादेश पास करने के बाद स्वाति मालीवाल ने अपना अनशन समाप्त करने का फैसला किया।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अपना अनशन समाप्त करने का फैसला किया। दिन में केंद्रीय मंत्रिमंडल की मीटिंग में इस बारे में अध्यादेश लाने के फैसले के बाद शाम को अनशन समाप्त करने की घोषणा की गई। इस अध्यादेश के आने के बाद पॉस्को कानून में बदलाव होगा।
इससे पहले स्वाति मालीवाल के अनशन के नौवें दिन बॉलीवुड गायिका कैरोलिसा मोंटेरिओ, पूर्व जेएनयू छात्रसंघ उपाध्यक्ष शहला राशिद , छात्र एक्टिविस्ट गुरमेहर कौर, पत्रकार वेदप्रताप वैदिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान, पूर्व सांसद इलियास आज़मी, कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय, तिब्बती संसद के डिप्टी स्पीकर आचार्य यशी जी और पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा कुछ और विधायकों के साथ समता स्थल पहुंचे।
कैरोलीसा मोंटेरिओ ने स्वाति मालीवाल के अनशन के समर्थन में 2 दिन का अनशन किया था। गुरमेहर कौर ने अपने संबोधन में कहा कि स्वाति मालीवाल इस देश की सभी बेटियों की सहायता करती हैं। उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि जब सभी लोग उन पर देशद्रोही बोल कर हमला कर रहे थे तब स्वाति ने उनके परिवार से बात करके उनकी हिम्मत बंधाई। उन्होंने कहा कि लोग उन को देश द्रोही बोल रहे थे मगर उनका क्या जो हाथ में तिरंगा लेकर बलात्कारियों का बचाव कर रहे थे। क्या वो लोग देशद्रोही नहीं हैं? जेएनयू छात्रसंघ की पूर्व उपाध्यक्ष शहला राशिद ने कहा कि कुछ मुद्दों पर हमारे मतभेद हो सकते हैं मगर मैं इस लड़ाई में स्वाति जी के साथ हूँ। पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने भी स्वाति मालीवाल को अपना समर्थन दिया । सभी लोगों ने स्वाति मालीवाल से अनशन तोड़ने की अपील की।
स्वाति मालीवाल ने अपने संबोधन में कहा, "मैं प्रधानमंत्रीजी की बहुत शुक्रगुजार हूं कि वह यह अध्यादेश लाये। मैं इस देश के लोगों को उनकी जीत के लिए वधाई देती हूँ। बहुत कम आंदोलनों ने इतने कम समय में इतनी सफलता पाई है। अध्यादेश में हमारी ज्यादातर मांगों को जगह मिली है। बच्चों के बलात्कारियों को फांसी, देश में फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना, जल्द मुकदमा खत्म करना और बलात्कार के मामले की जांच के लिए अतिरिक्त संसाधन देना। यह सभी कदम 3 महीने में उठाये जाएंगे। अगर 3 महीने में यह कदम नहीं उठाए गए तो बहुत बड़ा आंदोलन शुरू होगा और वह पूरे देश में फैलेगा।"
इससे पहले स्वाति मालीवाल ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा था जिसमे उनसे देश में ऐसी व्यवस्था बनाने की प्रार्थना की थी जिसमें बच्चों के बलात्कारियों को 6 महीने में फांसी, ज्यादा फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट, निर्भया फण्ड का उचित इस्तेमाल, मुकदमों का जल्द निबटारा और बेहतर फॉरेंसिक लैब हों ।
स्वाति मालीवाल रविवार 22.04.2018 को दोपहर 2 बजे अपना अनशन खत्म करेंगी।
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