लक्ष्य प्रमाणन को लेकर श्री विनोबा भावे सिविल अस्पताल एवं खानवेल उप-जिला अस्पताल का हुआ मूल्यांकन
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रसूति गृह के देखभाल में सुधार लाने हेतु लक्ष्य कार्यक्रम की घोषणा की थी !
इस पहल के अंतर्गत प्रदेश के श्री विनोबा भावे सिविल अस्पताल एवं खानवेल उप-जिला अस्पताल की व्यवस्था को “लक्ष्य” के गुणवत्ता पैमाने पर परखने का काम सोमवार को हो गया। लक्ष्य प्रमाण पत्र के लिए दावेदार इन अस्पताल की उत्कृष्टता का मूल्यांकन दो सदस्यीय केंद्रीय टीम कर रही है !
चेकलिस्ट के आधार पर किए जा रहे मूल्यांकन में अगर दोनों अस्पताल खरे साबित हुए तो इन्हें लक्ष्य प्रमाण पत्र मिल जाएगा !
BRAND SOCIETY HINDUSTAN news Silvassa Laheriasarai
मूल्यांकन के क्रम में टीम के सदस्य डॉ. अरुणकुमार चिंता, राज्य कार्यक्रम अधिकारी, तेलंगाना एवं डॉ. म्रिनालिनी मनी, गायनाकोलोगिस्ट, दिल्ली ने अस्पताल के विभिन्न हिस्सों का जायजा लिया। इनमें प्रसूति गृह एवं उससे सम्बंधित सभी वार्ड एवं सेवाए शामिल हैं !
सदस्यों ने अस्पताल में व्यवस्था की सूक्ष्मता से पड़ताल की। व्यवस्था एवं सामग्रियों के उपयोग की विधि के अलावा दस्तावेजों को भी देखा !
इसीके साथ उन्होंने आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता, पर्याप्त मानव संसाधन एवं स्वास्थ्य कर्मियों की क्षमता को भी चेकलिस्ट के आधार पर मूल्यांकित किया !
स्वास्थ्य कर्मचारियों से पूछताछ की एवं उनके द्वारा कार्यों में मानक का पालन हो रहा है या नहीं इसकी भी पड़ताल की गई। साफ-सफाई एवं रख-रखाव को भी देखा गया। कई जगह स्थिति उत्साहवर्द्धक थी तो कुछ सुझाव भी दिए गए !
इससे पहले निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ दादरा नगर हवेली डॉ. वी. के. दास ने अस्पताल के बारे में बताया की हम “हर गरीब व्यक्ति भी अच्छे सुविधाओ का हकदार है " इस उद्देश्य पर काम करते है !
लक्ष्य कार्यक्रम को प्रदेश की दोनों अस्पतालों में सफलता पूर्वक लागु करने की लिए बहुमुखी रणनीति अपनाई गई है, जिनमें बुनियादी ढांचागत सुधार आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करना पर्याप्त मानव संसाधन उपलब्ध कराना, स्वास्थ्य कर्मियों की क्षमता बढ़ाना और प्रसूति गृहों में सुविधाओं में सुधार लाना शामिल है !
Post a Comment