*छोटी बच्चियों के बलात्कारियों को फांसी की सज़ा दिलाने के लिए दिल्ली महिला आयोग का सत्याग्रह*
नयी दिल्ली : राजधानी दिल्ली में एक 8 महीने की बच्ची के बलात्कार की जघन्य बारदात के बाद दिल्ली महिला आयोग ने सत्याग्रह शुरू किया है | यह सत्याग्रह राजधानी और देश में बच्चों के बढ़ते बलात्कार के मुद्दे को हल करने के लिए केंद्र और राज्य से आग्रह करने के लिए एक अहिंसक विरोध होगा |
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति जय हिन्द ने घोषणा की कि वह और उनकी टीम अगले 30 दिनों तक घर नहीं जायेंगे और अपना विरोध दर्ज कराने के लिए दिन रात काम करेंगे | उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जोकि राजधानी दिल्ली में क़ानून व्यवस्था के लिए जवाबदेह है उसकी चुप्पी कानों को चुभ रही है |
दिल्ली महिला आयोग ने अपनी कुछ मांगें राज्य एवं केंद्र के सामने रखी हैं | दिल्ली महिला आयोग ने सरकारों को इन मांगों पर फैसला लेने के लिए 30 दिन का वक़्त दिया है |
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने माननीय प्रधानमन्त्री और गृहमंत्री को इस मुद्दे पर कई बार पत्र लिखे है | मगर इस मामले में किसी ने भी कोई कदम नहीं उठाया | आयोग इस सत्याग्रह को दिल्ली में घर घर तक ले कर जाएगा और इस मामले में 1 लाख हस्ताक्षर प्रधानमन्त्री के पास भेजेंगे |
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा “ मैं माननीय प्रधानमन्त्री से अनुरोध करती हूँ कि वो इन छोटी बच्चियों के दर्द की तरफ ध्यान दें | दिल्ली की विशेष स्थिति को ध्यान में रखते हुए मैंने सभी अधिकारियों से संपर्क किया, मगर कोई भी परिणाम नहीं मिला इसलिए मुझे लगता है कि जब तक देश के प्रधान मंत्री इस मामले में व्यक्तिगत ध्यान नहीं देंगे तब तक देश में कुछ भी नहीं बदलेगा | दिल्ली में जिस 8 महीने की बच्ची का बलात्कार हुआ है वह देश की बच्ची है | उस बच्ची का बलात्कार नहीं हुआ है बल्कि इस आयोग का बलात्कार हुआ है जिसकी अनुशंसाओं को लगातार नजरअंदाज किया गया | हम राज्य और केंद्र सरकार को महिला सुरक्षा पर मिल कर काम करने और उचित कदम उठाने के लिए 30 दिन का समय दे रहे हैं | हम सत्याग्रह करेंगे और घर न जाकर इस सोये हुए तंत्र को हिलाने के लिए 24 घंटे काम करेंगे | अगर इतने पर भी यह तंत्र काम करने में असफल रहा, तो दिल्ली महिला आयोग राजधानी में बहुत बड़ा आन्दोलन शुरू करेगा |”
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