*पहले हफ्ते में ही रेप रोको आन्दोलन में प्रधानमन्त्री के लिए 70000 पत्रों पर हस्ताक्षर हुए*
*दिल्ली* : राजधानी में एक 8 महीने की बच्ची के साथ बलात्कार हुआ था | इसके बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति जय हिन्द ने एक सत्याग्रह शुरू किया है और पिछली 22 रातों से अपने घर नहीं गयी हैं | वह अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस तक घर नहीं जाएँगी और तीन गुना काम करेंगी, उनकी मांग है कि बच्चों के बलात्कार रोकने के लिए एक मजबूत कानून बने|
इस आन्दोलन के दौरान उन्होंने एक रेपरोको नाम से मुहिम शुरू की है, जिसमें दिल्ली एवं देश के लोगों से अपील की है की वो इस आन्दोलन में सहयोग करें| इस आन्दोलन से जुड़ने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग देश भर से फ़ोन कर रहे हैं | इस अभियान के द्वारा दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में रोज कम से कम 4 नुक्कड़ नाटक किये जा रहे हैं | वालंटियर्स की कई टीम पूरी दिल्ली में लोगों के पास जा रहे हैं और पुरुषों, महिलाओं और बच्चों से बात कर रहे हैं और उनसे अनुरोध कर रहे हैं कि बलात्कार पर दिल्ली की इस ख़ामोशी को वह तोडें| कॉलेज, स्कूल और अन्य कई संगठन इस आन्दोलन को अपन समर्थन दे रहे हैं |
*परिणाम स्वरुप इस अभियान में अब तक 70000 लोगों ने प्रधानमन्त्री के लिए पत्र पर हस्ताक्षर किये हैं जिसमें बच्चों के साथ बलात्कार करने वालों को 6 महीने के अन्दर कड़ी सज़ा देने की मांग की गयी है |*
रेप रोको अभियान का उद्देश्य व्यवस्था में बदलाव की मांग के साथ साथ वालंटियर्स का एक ऐसा समूह बनाना है जो देश में बलात्कार के ऊपर लोगों की चुप रहने की प्रवृति को तोड़े और इस मुद्दे पर लोगों की मानसिकता को बदले | यह वालंटियर्स परेशानी में घिरे हुए महिलाओं और बच्चों की सहायता के लिए वचनबद्द हैं और ये जमीनी स्तर पर लोगों से बात करके यथास्थिति को बदलने का प्रयत्न करते हैं |
स्वाति जय हिन्द, “मैं पिछले 22 दिनों से घर नहीं गयी हूँ क्योंकि मैं नहीं चाहती हूँ कि 8 महीने की बच्ची के बलात्कार को भूल कर मैं आगे बढ़ जाऊं | क्या पीड़ितों को राहत देना और उनकी सहायता करना ही केवल आयोग की जिम्मेदारी है? नहीं, हम छोटी बच्चियों के बलात्कार की तरफ से मुंह नहीं मोड़ेंगे | मेरा यह मानना है कि आयोग का यह कर्त्तव्य है कि वह इस व्यवस्था में परिवर्तन के लिए संघर्ष करे और हम इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए कोई भी कदम उठाने से नहीं डरेंगे |”
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